दे दो कुछ शब्द अपने प्यार के,
अपना विस्तार अब मुझे करना है
अपने आँसू चुनने को नही कहती अब तुझसे,
क्यूँकी अब मुझे सिर्फ़ हसंना और मचलना है
तेरी आँखो में मुझे दिखता है क्या.....?
तेरी बाहों में मुझे मिलता है क्या.......?
यही आ के तेरे कानो में मुझे कहना है
सच कहती हूँ बस..........
अब मुझे तुमसे प्यार, प्यार और प्यार ही करना है
दे दो कुछ शब्द अपने प्यार के....
अपना विस्तार अब मुझे करना है
नदिया मिले जा कर सागर में,
सागर चूमे साहिल को.......
तू है अब मेरा आकाश......
और तेरी ही धरती मुझे बनाना है
दे दो कुछ शब्द प्यार के
अपना विस्तार अब मुझे करना है
अपना विस्तार अब मुझे करना है
अपने आँसू चुनने को नही कहती अब तुझसे,
क्यूँकी अब मुझे सिर्फ़ हसंना और मचलना है
तेरी आँखो में मुझे दिखता है क्या.....?
तेरी बाहों में मुझे मिलता है क्या.......?
यही आ के तेरे कानो में मुझे कहना है
सच कहती हूँ बस..........
अब मुझे तुमसे प्यार, प्यार और प्यार ही करना है
दे दो कुछ शब्द अपने प्यार के....
अपना विस्तार अब मुझे करना है
नदिया मिले जा कर सागर में,
सागर चूमे साहिल को.......
तू है अब मेरा आकाश......
और तेरी ही धरती मुझे बनाना है
दे दो कुछ शब्द प्यार के
अपना विस्तार अब मुझे करना है
10 comments:
hello,
i was just passing by n got to see ur poem.so sweet!this time ur romanticism is cutest!!!
hope u remember me,bhaiya is out of town for long..
सुन्दर रचना...
दे दो कुछ शब्द अपने प्यार के,
अपना विस्तार अब मुझे करना है
नदिया मिले जा कर सागर में,
सागर चूमे साहिल को.......
तू है अब मेरा आकाश......
और तेरी ही धरती मुझे बनाना है
मैं बोलूं तो ...
मेरा तो जो भी कदम है वो तेरी राह में है
कि तू कहीं भी रहे, तू मेरी निगाह में है
2 good....
thanks aditi .hanaji aapki yaad hai mujhe ...shukriya
shukriya mohinder ji
thanks abhishek
Really gr* Ranju jI.. wirah se nikal.. tanhaai se nikal naayika ne prem ki aur kadam badhaayen hain... pyaar ki aisi sadaa sun kar kaun nahi dauda chalaa ayega.... pyaar hi pyaar chhalak raha har shabad me.. aur poorn smarpan ko tatpartaa bhi... too gud.. wish to c more romance b love in future...
gr8
esa vistar pad kar dil main pyar ki gehraiyo main dub ajne ka man karta hai
Great….. kya-kya aata hai mann mai jab koyi kissi se be-intehaan pyaar kereta hai; aapke shabd wohi bede sunder dhung se kehete hai……. Aap bulkul sehi hai kii ek dosare se saccha pyaar kerena aur kuch nehi ek dosare kaa visthaar kerena hii to hai…. beautiful poetry...
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