नही है दूर कोई मंज़िल आपसे
ज़रा नज़र को उठा कर तो देखिए
रोने के लिए है सारी उमर यहाँ
एक लम्हा हँसी का गुनगुना के देखिए
आएँगे पलट के फिर से ज़माने मासूम इश्क़ के
एक बार बहारो को अपने पास बुला कर तो ज़रा देखिए
राहा कौन सी नही है मुश्किल यहाँ
बस होसला दिल का बढ़ा के देखिए
दिल लगता नही है यहाँ किसी के लगाने से कभी
कभी किसी के प्यार को नज़ारो में बसा के देखिए
जब हो कोई दिल की बात या ही समा उनके इंतज़ार का
मेरी गज़ल के लफ़्ज़ो को गुनगुना के देखिए !!
ज़रा नज़र को उठा कर तो देखिए
रोने के लिए है सारी उमर यहाँ
एक लम्हा हँसी का गुनगुना के देखिए
आएँगे पलट के फिर से ज़माने मासूम इश्क़ के
एक बार बहारो को अपने पास बुला कर तो ज़रा देखिए
राहा कौन सी नही है मुश्किल यहाँ
बस होसला दिल का बढ़ा के देखिए
दिल लगता नही है यहाँ किसी के लगाने से कभी
कभी किसी के प्यार को नज़ारो में बसा के देखिए
जब हो कोई दिल की बात या ही समा उनके इंतज़ार का
मेरी गज़ल के लफ़्ज़ो को गुनगुना के देखिए !!
8 comments:
fsqzkteri har ghazal gun guna ney yahan chala aata hoon...
ki teri khushboo ko saanson mein basaney yahan chala aata hoon...
hai meri bahar tujh sey hin aai pawan basanti...
dil mein umeed terey pyar ki yahan hoon chala aata...
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hai tu hin mera hoonsla..
aur tu hin hai meri manzil...
ki hai nahi fikar muskilat ki ab mujhko..
lo badha liye hain kadam terey wastey teri hin rah par...
आएँगे पलट के फिर से ज़माने मासूम इश्क़ के
एक बार बहारो को अपने पास बुला कर तो ज़रा देखिए
अच्छा है !
बहारों की बात पर कृष्ण बिहारी नूर का ये शेर याद आ गया ।
जितने मौसम हैं सब जैसे कहीं मिल जाएँ
इन दिनों कैसे बताएँ जो फिजा है मुझमें
Its really a wonderful poem...very expressive...i did listen it my heart & sing it to my soul..
hi ranjana .. sorry ddnt replied u earlier as was out for a week.. really gud creation words sing here..
shukriya abhishek .....bahut khoob aapke lafaz jaadu sa kar jaate hain ..bahut bahut shukriya aapka
wah manish ji ...bahut achi lines share ki hain aapne ...shukriya aapka ...yahan aane ka aur isko pasnd karne ka ..
shukriya divyabh ..apne isko dil se padh ke gungunaya ....:)
thanks manya .....:)
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