Showing posts with label ख्वाइश ... Show all posts
Showing posts with label ख्वाइश ... Show all posts

Wednesday, December 12, 2012

ख्वाइश एक छोटी सी

तुम्हे सुना देंगे
अपने दिल की हर बात यूँ ही
शायद कुछ दर्द
थम भी जायेगा
पर कैसे मिटा पायेंगे
इस  रूह के जख्म
:
:
बस एक छोटी सी ख्वाइश है .........
दिल चाहता है कि..

तेरा कन्धा मिले तो
जी भर के रो सकूँ मैं सिर्फ़ एक बार ....