फुहारें कुछ यूँ ही
आसमान के तन पर
छिटके हुए बादल के टुकड़े
"उम्मीद" से हैं ....
और धरती पर
इन्तजार उसका
एक "शाही मेहमान "के
आगमन के इन्तजार सा है !!!
मुंबई जलमग्न है बारिश से और दिल्ली में इन्तजार है बरसने का ....और टीवी न्यूज़ है कि कल से नए शाही मेहमान(रॉयल बेबी ) के आने में पगलाई हुई है ..:)
भीगी मिटटी की गंध
थमी हुई हवा
बरसती बूंदे
बोझिल साँसों
को कर देती हैं
और भी तन्हा
दिल में भरे गुबार को
आँखों से बरसने के लिए
किसी मौसम की भविष्यवाणी का
इन्तजार नहीं करना होता ...........
..सच है न ..? और कुछ फासले , कुछ फैसले किसी भविष्यवाणी के मोहताज नहीं होते ...रंजू भाटिया
आसमान के तन पर
छिटके हुए बादल के टुकड़े
"उम्मीद" से हैं ....
और धरती पर
इन्तजार उसका
एक "शाही मेहमान "के
आगमन के इन्तजार सा है !!!
मुंबई जलमग्न है बारिश से और दिल्ली में इन्तजार है बरसने का ....और टीवी न्यूज़ है कि कल से नए शाही मेहमान(रॉयल बेबी ) के आने में पगलाई हुई है ..:)
भीगी मिटटी की गंध
थमी हुई हवा
बरसती बूंदे
बोझिल साँसों
को कर देती हैं
और भी तन्हा
दिल में भरे गुबार को
आँखों से बरसने के लिए
किसी मौसम की भविष्यवाणी का
इन्तजार नहीं करना होता ...........
..सच है न ..? और कुछ फासले , कुछ फैसले किसी भविष्यवाणी के मोहताज नहीं होते ...रंजू भाटिया
12 comments:
बहुत ख़ूबसूरत प्रस्तुति...
बहुत ख़ूबसूरत प्रस्तुति...
रोचक और सुन्दर फुहारें..
बेहद खूबसूरत रचना, शुभकामनाएं.
रामराम.
गहरे एहसास में डूब के लिखे शब्द ...
दिल को छूते हाँ अंदर तक ...
loved it !
खूबसूरत प्रस्तुति । भोगा हुआ यथार्थ ।
खूबसूरत प्रस्तुति । भोगा हुआ यथार्थ ।
आँखों से बरसने के लिए
किसी मौसम की भविष्यवाणी का
इन्तजार नहीं करना होता ..........
ये बारिश तो बारहमासी है ..... बहुत सुंदर अभिव्यक्ति
आँखों से बरसने के लिए
किसी मौसम की भविष्यवाणी का
इन्तजार नहीं करना होता ..........
ये बारिश तो बारहमासी है ..... बहुत सुंदर अभिव्यक्ति
beautifully written!
सुंदर जी :)
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