दिखे जब रंग इन्द्रधनुष के
कुछ स्वप्न भूले बिसरे याद आए
दे के दर्द गए वह पवन के झोंके भी
जब हौले से वह यूं छु जाए
चुभी दिल में कोई फाँस सी
जब कोयल कुहू कुहू गाए
हर बीता मौसम दे याद तुम्हारी
पर गुजरा वक्त कब हाथ है आए
टीस दे इस दिल को हर वो लम्हा
जो गुजरा तुम संग साथ बिताए
भेजे कई मिलन के संदेशे हमने
दिल की बात तुम समझ न पाये
न न ...मत अब सहलाना
कोई दिल का दाग
तुम अब मेरा
जब तक दिल में .......
यह विरह की टीस घनेरी
तब तक हैं यादों में तेरा बसेरा
हर चुभती बात में याद आए तुम
हर दर्द में दिखे चेहरा तेरा
रहने दो अब टीस यह दिल में
यूं तो रहेगा साथ तेरा मेरा !!
20 comments:
रहने दो अब टीस यह दिल में
यूं तो रहेगा साथ तेरा मेरा !!
वाह ...बहुत खूब।
टीस दे इस दिल को हर वो लम्हा
जो गुजरा तुम संग साथ बिताए
भेजे कई मिलन के संदेशे हमने
दिल की बात तुम समझ न पाये
बहुत बेहतरीन भाव पुर्ण सुंदर रचना,,,,,रंजना जी बधाई,,,,,,
RECENT POST ,,,,,पर याद छोड़ जायेगें,,,,,
तू न सही....तेरा दर्द सही..........
बहुत सुन्दर
अनु
हर चुभती बात में याद आए तुम
हर दर्द में दिखे चेहरा तेरा
रहने दो अब टीस यह दिल में
यूं तो रहेगा साथ तेरा मेरा !!
टीस के साथ यादों का साथ ...सुंदर प्रस्तुति
are waah
रहने दो अब टीस यह दिल में
यूं तो रहेगा साथ तेरा मेरा !!
वाह ...बहुत खूब।......भावपूर्ण रचना....रंजना जी बधाई,,
टीस दे इस दिल को हर वो लम्हा
जो गुजरा तुम संग साथ बिताए
भेजे कई मिलन के संदेशे हमने
दिल की बात तुम समझ न पाये
ranjana jee aapke shabdo ke liye kya kahun.. bas yahi kahunga, har shabd bol rhe hain.. bahut behtareen!
रहने दो अब टीस यह दिल में
यूं तो रहेगा साथ तेरा मेरा !!
क्या बात है ..बहुत खूब.
हर चुभती बात में याद आए तुम
हर दर्द में दिखे चेहरा तेरा
रहने दो अब टीस यह दिल में
यूं तो रहेगा साथ तेरा मेरा !!
prem ka dard anokha hi hota h..bahut sundar rachna!
हर चुभती बात में याद आए तुम
हर दर्द में दिखे चेहरा तेरा
रहने दो अब टीस यह दिल में
यूं तो रहेगा साथ तेरा मेरा !!
pem ka dard anokha hi hota hai..bahut sundar rachna!
तू न सही....तेरा दर्द सही.....बहुत भावपूर्ण रचना....क्या बात है...?.
टीस के रूप में ही सही, कोई निशानी तो बनी रहेगी..
टीस के रूप में ही सही, कोई निशानी तो बनी रहेगी..
न न ...मत अब सहलाना
कोई दिल का दाग
तुम अब मेरा
bahut accha ...satik abhiwayakti.....
pretty good one.
चुभन या टीस रहती है तो याद भी रहती है ... बहुत ही भावपूर्ण अभिव्यक्ति ...
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति रंजना जी...
आज मधुर विषाद की घिर करुण आयी यामिनी .......
वाह ...बहुत खूब।
बहुत सुन्दर
हृदयस्पर्शी रचना....
बहुत खूब
:-)
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