Pages
Friday, August 29, 2008
अमृता की याद में ..मनविंदर की कलम से ..
आज सुबह जब ब्लागवाणी देखा तो इस लिंक को देख कर दिल भावुक हो गया .अमृता इमरोज़ पर जब भी मैं कुछ लिखने लगती हूँ तो एक नशे की सी हालत मेंइस में डूब कर लिखती हूँ पर मेरे साथ साथ सब इसको इतना प्यार देते हैं यह इस लिंक को देख कर जाना ..| यह मनविंदर द्वारा लिखे आज के ,"मेरठ के हिंदुस्तान अखबार के परिशिष्ट रीमिक्स में ´ब्लाग से` कालम में आया है|मनविंदर का मेरे प्रति जो स्नेह है उसके लिए मैं उसका तहे दिल से शुक्रिया करती हूँ | मेरे लिए यह मनविंदर की तरफ़ से अमृता को प्यार करने वालों के लिए उनके आने वाले जन्मदिन का तोहफा है | अमृता का जन्मदिन ३१ अगस्त को है | इस लिए भी इसको पढ़ कर बहुत खुशी हो रही है अमृता इमरोज़ का प्यार आज एक मिसाल बन चुका है ..यह इस पर आने वाले कॉमेंट्स भी बताते हैं ..इस ब्लॉग के लिए लिखना मेरे लिए सबसे सुखद अनुभूति है आप सब का साथ यूँ ही बना रहे तो यह सफर यूँ ही प्यार की बातें करते हुए चलता रहेगा |
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
12 comments:
सफर में अब साथ तो नहीं छूटना बस आप लिखती रहे ! हम पढ़ते रहेंगे !
"interesting article to read about and thanks for sharing"
Regards
जिन्हें चाहा, जिनसे जाना, कुछ आदाब-उसूल सीखे...अब उनके लिए कुछ करने की कोशिश है...इसे कर्ज़ चुकाना तो नहीं कहेंगे ...यूं कहूं कि सिजदे में हैं आप तो ग़लत नहीं होगा...
सिजदे को हमारा सलाम...शुभकामनाए...
रंजू जी, बिल्कुल साथ मिलेगा, सफ़र यूँ ही प्यार की बातें करते हुए चलेगा। 31 अगस्त भी दूर नही है। आपने वैसे कुछ सोचा ही होगा कुछ अलग सा अमृता जी जन्मदिन पर। उनका जन्मदिन कुछ अलग तरह से मनाया जाना चाहिए। मैं अपने ब्लोग पर उस दिन कोशिश करुँगा कि अपनी पहली मुलाकात का जिक्र करूँ और अपने जज्बातों के बारे में लिखूँ जो उनके प्रति मेरे थे। कुछ दिन ऐसे है जिन्हे मै भूलता नही हूँ। उनमें से यह 31 अगस्त भी हैं। पर इस बार भूल गया। पता नही कैसे। खैर आपने याद दिलाया इसका शुक्रिया। मुझे इंतजार रहेगा 31 अगस्त वाली आपकी पोस्ट का।
अमृता जी फूलों की खुश्बू की तरह हैं, जो लोगों के दिलों में बसती है।
ranjna ji ma veena vadini vastav me aapki lekhni me virajit hai
रंजना जी,
आपका लेखन सार्थक और
प्रभावशाली है.......शुभकामनाएँ
========================
डॉ.चन्द्रकुमार जैन
amrita imroz ka naam aate mera dhyaan udhar hi kendrit ho jata hai,batane ke liye shukriyaa
बहुत बधाई-अभी वही पढ़ कर आ रहे हैं.
अमृता इमरोज को आप लगता है इस नई जेनरेशन से मिलवा कर छोडेगी...
मेरी भी हार्दिक बधाई स्वीकारें
वाह जी,बहुत ऊँची उड़ान भरी आपने.सुखद.
और रही बात हमारे साथ कि तो बस आप आगे आगे बढ़ते तो चलो जब कभी मुड़ कर देखोगे हम की-बोर्ड पर अंगुलिया फिराते मिल ही जायेंगे.
आलोक सिंह "साहिल
Post a Comment