दिखे जब रंग इन्द्रधनुष के
कुछ स्वप्न भूले बिसरे याद आए
दे के दर्द गए वह पवन के झोंके भी
जब हौले से वह यूं छु जाए
चुभी दिल में कोई फाँस सी
जब कोयल कुहू कुहू गाए
हर बीता मौसम दे याद तुम्हारी
पर गुजरा वक्त कब हाथ है आए
टीस दे इस दिल को हर वो लम्हा
जो गुजरा तुम संग साथ बीताये
भेजे कई मिलन के संदेशे हमने
दिल की बात तुम समझ न पाये
न न मत अब सहलाना
कोई दिल का दाग तुम अब मेरा
जब तक दिल में .......
यह विरह की टीस घनेरी
तब तक हैं यादों में तेरा बसेरा
हर चुभती बात में याद आए तुम
हर दर्द में दिखे चेहरा तेरा
रहने दो अब टीस यह दिल में
यूं तो रहेगा साथ तेरा मेरा !!
कुछ स्वप्न भूले बिसरे याद आए
दे के दर्द गए वह पवन के झोंके भी
जब हौले से वह यूं छु जाए
चुभी दिल में कोई फाँस सी
जब कोयल कुहू कुहू गाए
हर बीता मौसम दे याद तुम्हारी
पर गुजरा वक्त कब हाथ है आए
टीस दे इस दिल को हर वो लम्हा
जो गुजरा तुम संग साथ बीताये
भेजे कई मिलन के संदेशे हमने
दिल की बात तुम समझ न पाये
न न मत अब सहलाना
कोई दिल का दाग तुम अब मेरा
जब तक दिल में .......
यह विरह की टीस घनेरी
तब तक हैं यादों में तेरा बसेरा
हर चुभती बात में याद आए तुम
हर दर्द में दिखे चेहरा तेरा
रहने दो अब टीस यह दिल में
यूं तो रहेगा साथ तेरा मेरा !!
8 comments:
very touching poem
asi he kuch tees mere dil mein bhi hai....
ह्म्म, रंजना जी पुराने अंदाज़ में!
गुड है जी!
किधर है आजकल आप, कम दिखती है आपकी पोस्ट!!
रंजना जी
बहुत दिलकश अंदाज़ में आप ने टीस को व्यक्त किया है....शब्द और भाव बहुत सुन्दरता से पिरोये हैं आपने. बहुत बहुत बधाई इस रचना के लिए. लिखती रहें.
नीरज
रंजनाजी वाकई दिल में टीस उठाने वाली कविता।
रंजू दी नया साल बहुत-बहुत मुबारक हो आपको...
"रहने दो अब टीस यह दिल में
यूं तो रहेगा साथ तेरा मेरा !!"
बहुत ही मार्मिक और अफसुर्दगी-ज़दा तरीका है याद बनाए रखने का...
you have a rapid server
I can not solve.
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