Tuesday, August 14, 2007

देख के सावन झूमे है मन



तीज का त्योहार .सावन की फ़ुहार , देश की आज़ादी को मानने का जोश और आसमान में उड़ती रंग बिरंगी पतंगे
दिल में एक नयी उमंग से भर देती है ..सब नया नया सा खिला खिला सा लगने लगता है
कुछ उमड़ धुमड के मनवा नये गीत रचने लगता है ..















देख के सावन झूमे है मन
दिल क्यूँ बहका लहका जाए
बादल की अठखेलियाँ बारिश की बूदें
मिल के दिल में उत्पात मचाए

भीगे मन और तन दोनो
ताल-तलैया डुबो जाए
देख के सब तरफ़ हरियाली
मयूर सा दिल नाचा जाए

छम-छम बाजे बूदों की पायल
गढ़ गढ़ बदरा शोर मचाए
बिजली की चमक पढ़े जब दिल पर
जिया पियु पियु की रट है लगाए

हवा हुई आज मनचली जैसे
छेड़ गोरी का आँचल छिप जाए
मीठी इन फुहारो से मनवा
गीत मिलन के आज गाए !!













19 comments:

masoomshayer said...

bahut achee lagaee megh see baras rahee hai kavita

Anil masoomshayer

Udan Tashtari said...

हवा हुई आज मनचली जैसे
छेड़ गोरी का आँचल छिप जाए
मीठी इन फुहारो से मनवा
गीत मिलन के आज गाए !!


--वाह जितनी सुन्दर रचना, उतने ही सटीक चित्र संकलन. बधाई.

सुनीता शानू said...

वाह रंजू दी आप भी ग्रेट है इतना सुन्दर मनोहर चित्र वाला पोस्ट दिल को लुभा रहा है मेहन्दी की याद आ रही है और वो झूले जो हम बचपन में झूला करते थे बाबुल के देश सब याद आ रहे है...तीज का ये त्यौहार बचपन की सहेलियों की याद दिलाता है...

शुक्रिया मनमोहिनी पोस्ट के लिये..

सुनीता(शानू)

Sanjeet Tripathi said...

सुंदर!!

तो ये सावन आपको झूमा रहा है !!
सही है, तभी तो आप ऐसी रचना लिख पा रही है!!
शुक्रिया!!

ghughutibasuti said...

बहुत मनमोहक और सुन्दर रचना ! चित्र भी सुन्दर हैं ।
घुघूती बासूती

Divine India said...

बेहद खूबसूरत कविता…
पढ़कर मजा आगया…साथ में चित्र ने आँखों को खुश कर दिया…
आज औरों को भी पता चल ही गया होगा कि रंजू जी… सिर्फ प्रेम में ही नहीं और भी बहुत कुछ लिख सकती हैं पर उद्देश्य मात्र है प्रेम बांटना…।
स्वतंत्रता दिवस की सुभकामनाएं।

Anonymous said...

she is ultimate poet...her creations really touches heart ....well we are not so old to judge a lady like her but ..i as being a poetry lover ..appreciate her afforts in writing all these creations ...god bless u take care



sanjeev

Anonymous said...

wah mam kya baat hai sone pe suhaga ho gya aaj to photo bi badi achhi leg rahi hai aapki kavita ke anuroop...........

Unknown said...

hi ranjana,
bahut hi achha likha hai.....
keep posting such good poems.....

Unknown said...

aji Ranju ji ap to kamal ho, sach ap kaise likhte ho itni dil ko chu lene wali bate wakai ye sab padh kar aap se milne ko dil kar raha hain realy i am happy

Mukesh Garg said...

very good ranju ji

Prakash said...

Ranju:
Aapki ye kavita ki sabse pehli lines mujhe bahaut jyada hi pasand aayi.

Bahaut khub likha hai, bas yunhi likhte rahiye . . . .aur kavita ke mutabij pictures bhi acche post kiye hai.

Aapka Prakash,
Ahmedabad se...

Unknown said...

bahut ache janab..

Unknown said...

kuch hasratin dil main hai, kuch jazbat hai maan main...

Kuch is mausam ki niyat karab hai kuch hum tode beimaan hai..

Yuhi to chalthi hai dilo ka kafilaa or yahi sawan main pyaar ka gumaan hai...

रंजू भाटिया said...

शुक्रिया सुनीता सही मैं वो दिन फिर वापस नही आते और अब यह सब दिखता नही :)


हां जी संजीत ज़ी सावन के आते ही किस का मन नही होगा झूमने का :)..शुक्रिया आपके यहाँ आने का :)


शुक्रिया घाघूती ज़ी आपका आना प्यार से पढ़ना बहुत अच्छा लगता है ..:)

रंजू भाटिया said...

बहुत बहुत शुक्रिया अनिल ज़ी ..आप आए और इसको पसंद किया


शुक्रिया समीर ज़ी ..आपका आना भी सावन जैसा दिल को भाता है :)

रंजू भाटिया said...

शुक्रिया दिव्याभ ...रन्जु बहुत कुछ लिख सकती है यह कह के आपने मेरा हॉन्सला बढ़ा दिया ..तहे दिल से आपका शुक्रिया :)


शुक्रिया संजीव ..आपने इस को इतने प्यार से पढ़ा :)



शुक्रिया अनुरुप ज़ी ..:)



शुक्रिया प्रकाश ज़ी ...बहुत अच्छा लगता है आपका आना यहाँ


शुक्रिया मुकेश .. :)


शुक्रिया कुल्लू ज़ी :)

शुक्रिया विरेन जिस तरह इतने प्यार से आप मेरी लिखी रचनाए पढ़ रहे हैं सच में बहुत अच्छा लग रहा है :)

Anonymous said...

Today after reading your poetry i am reminded of a rainbow...so distinct , colourful yet easy to comprehend.I feel honoured to be your friend.Your poetry is very imaginative with a passionate streak of reality .A toast to a wonderful woman like you who creates a reason for a celebration of womanhood and life itself.You are an original...Timeless...talent.Keep up the creative streak.Warm regards..TIPSSY DIPSSY

Mohinder56 said...

एक सावन के इतने रूप तो मुझे भी मालूम नही थे...सुन्दर