Sunday, March 25, 2007

ज़िंदगी भर जो होता साथ हमारा........


ज़िंदगी भर जो होता साथ हमारा
तो मेरा दिल यूँ ना होता बंजारा

यूँ ही राहो मैं ना भटकता यह मन
ना ही अंगो में दहकता यूँ फ्लाश वन

यूँ ही अपने आँसू हम ख़ुद ना पीते
प्यासी इन चाहतो के सपने यूँ धुआँ ना होते

ज़िंदगी भर का जो होता साथ हमारा
तो पथरीली राहो का सफ़र भी होता प्यारा

तब ज़िंदगी की सुलगती धूप भी चाँदनी लगती
हँसने वाली मुस्कारहट, यूँ रूलाने ना लगती

बस प्यार ही प्यार का होता नज़ारा
जीवन भर को मिल जाता जीने का सहारा

ज़िंदगी भर जो होता साथ हमारा
तो मेरा दिल यूँ ना होता बंजारा
- रंजू ----रंजना

4 comments:

Monika (Manya) said...

sachmuch saath jo tumhaara hota.. jeevan ka koi bhi din na awaara hota.. pyaar jo milta tumhaara.. jeene ka bas wahi sahaara hota...

Mohinder56 said...

Jindgi, khawaab hae, phir bhalla is mein such hae kya.. or jhooth hae kya...

virah ka pyara geet

Soliloquy said...

Yehi to, yehi to mera dill kehta hai...यूँ ही अपने आँसू हम ख़ुद ना पीते
प्यासी सी इन चाहतो के सपने यूँ धुआँ ना होते...Ranju, tumne to dil ke purane zakham phir se taze kar diye...

"Atti Sunder"

रंजू भाटिया said...

SHUKRIYA MANYA ..
MOHINDER ...GULSHAN ...