बने अब
शब्दों के कुछ कोलाज
जो ज़िन्दगी के सब रंग दिखाए
दुःख के भीगे पल
जो थमे हैं कहीं
वो अब ख़ुशी के साए में
लिपटे नजर आये !!!
ज़िन्दगी कभी अपनों की तरह मिल ..क्यों किसी गैर की तरह सताती है मुझे :)
@ra
सुंदर कविता
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सुंदर कविता
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