कोरोनावायरस महामारी से सुरक्षित रहने के सरल तरीके
साल 2020 शुरू हुआ तो किसी ने सोचा नहीं था कि यह साल इस तरह से पूरी दुनिया पर आफत बन कर लोगों को एक डर के साये में धकेल देगा । यह साल पूरी दुनिया के लिए" कोरोना साल" बन गया है । कोरोना महामारी ,जिसका अभी तक कोई इलाज़ नहीं है। वही धीरे धीरे पूरे विश्व को अपनी गिरफ्त में लेता जा रहा है।
चीन से शुरू हुई यह बीमारी जो बताया जा रहा चमगादड़ के सेवन से शुरू हुई ।और फिर एक इंसान से दूसरे इंसान तक फैलती चली गयी । यदि शुरू में ही इस बीमारी की गम्भीरता को समझ लिया जाता तो इतना दुनिया को नुकसान नहीं होता। पर पहले चीन के वुहान शहर जहां से यह महामारी शुरू हुई ,उन्होंने ही समझने में देर कर दी । जब तक यह समझ आती तब तक यह वहाँ तो इंसान की जान का काफी नुकसान कर ही चुकी थी । उस के बाद यह बाकी दुनिया को अपने चपेट में लेने लगी । अब तक कभी न देखे गए विश्व के इतिहास में यह वक़्त सबसे बड़ा लॉकडाउन साबित हो रहा है ।
पूरे विश्व की नेशनल ,इंटरनेशनल फ्लाइट कैंसिल कर दी गयी हैं । ताकि पूरी दुनिया के लोग सुरक्षित रह सकें । मानव इतिहास में पहली बार एक साथ ,एक ही तरह की ज़िंदगी पूरी दुनिया का एक ही चक्र चल रहा है । सब अपने अपने घरों में कैद है । से
ल्फ आसिलोएशन ,"सेल्फ अलगाव व्यवस्था ,"सब देश की सरकारों ने एक साथ कर दी है ।
आइए पहले समझते हैं कि किस तरह से यह बीमारी फैलती है। यह बीमारी सर्दी खांसी और बुखार से शुरू होती है ,और फिर हमारे सांस लेने की प्रक्रिया को प्रभावित करने लगती है । फेफड़े जो हमें सांस ले के जीवन दान देते हैं वह तेजी से इसकी गिरफ्त में आ जाते हैं और वही सबसे अधिक खतरे की घन्टी है। फेफड़ों में तेजी से रेशा जमा होने लगता है और यह सांस लेने में दिक्कत करने लगता है। फिर सांस के लिए वेंटीलेटर का सहारा जरूरी ही हो जाता है।
इस बीमारी से बचाव के तरीक़े में जो किया जा सकता है वह है सेल्फ ,सम्पूर्ण "लॉकडाउन ", जो हर देश मे अब तक लागू हो चुका है । इसके प्रमुख लक्षणों में तेज सूखी खांसी ,बुखार और फिर सांस लेने की तकलीफ होने लगती है। यह लक्षण मुख्यता 14 दिन में एक इंसान में दिखाई देते हैं । और जब कोई व्यक्ति इस से संक्रमित होता है तो ,दूसरे व्यक्ति में यह छींक ,या खांसी से दूसरे व्यक्ति को दे देता है । इसलिए इस वक़्त समाजिक अलगाव यानी सोशल डिस्टेंस रखना बहुत जरूरी है । तभी हम इस वायरस की संक्रमण को रोक सकते हैं ।
यह वायरस अलग अलग सतह पर अलग टाइम तक जीवित रहता है। इसलिए इस से बचने के लिए घर मे लायी गयी वस्तुओं का भी सेनिटाइज़ करना भी जरूरी है ।
अब जानते हैं इस महामारी से बचने के वो सरल उपाय क्या है ,जिन्हें हम इस वक़्त अपना कर बच सकते हैं ।
नम्बर एक सबसे पहले यह कि अपने अपने घरों में रहे । सरकार जो इस वक़्त आदेश दे रही है इसका सख्ती से पालन करें। यह वायरस ,घर मे बुजुर्ग सदस्यों को आसानी से चपेट में ले लेता है । रोज़ देखने वाली खबरों में हम ,इटली,स्पेन , ब्रिटेन ,और अमेरिका का हाल देख रहे हैं । वहां लॉक डाउन को बहुत अधिक गम्भीरता से शुरू में नहीं लिया गया ।जिस से वहां के हालात बहुत डरावने बन चुके हैं । यह वायरस इमन्युटी कम वाले व्यक्तियों पर आसानी से हमला करता है और साठ साल से ऊपर वालों में यह इमन्युटी कम होती है । इसलिए घर में ही रहे और अपने घर मे रहने वाले बुजुर्ग और बच्चों का ध्यान रखें ।
घर में रहते हुए इस वायरस से बचने के लिए सफाई का ध्यान रखना वहुत जरूरी है । घर के दरवाजे के हेंडिल ,कॉल बेल साफ ,साबुन के पानी से करते रहें । घर में फिनायल के पानी से फर्श साफ करना वहुत जरूरी है । और उसके बाद अपने हाथों को 20 सेकेंड तक धोना बहुत जरूरी है। हाथ हर वक़्त डिटोल से धोएं या साधरण साबुन से पर बिना हाथों को धोएं न खाना बनाये न खाएं ।
वैसे तो घर से बाहर न ही जाएं तो बेहतर है पर यदि जरूरी जाना ही है तो मास्क लगाएं ,यह मास्क बाजारी भी हो सकते हैं और यदि नहीं मिल रहे है तो घर में बने मास्क को लगाए बिना न निकलें । हाथ मे हो सके तो ग्लव्स जरूर पहनें , ताकि जो समान आप ले कर आ रहे है उस मे कोई वायरस या सक्रमण है तो बचा जा सके । इसके साथ ही जो सबसे जरूरी बात है कि अपने चेहरे ,आंख , नाक मुहं को हाथ मत लगाएं। घर आ कर सबसे पहले ग्लव्स कूड़ेदान में फेंके और साबुन से हाथ साफ करें । यदि घरेलू मास्क है तो वह धो कर दुबारा इस्तेमाल किया जा सकता है परंतु सर्जिकल मास्क का बार बार उपयोग न करें । यह आपको बीमार कर सकता है ।
घर जो भी समान लाये जैसे सब्ज़ी,दूध के पैकेट इनको पहले चलते पानी मे धोए और कुछ घण्टे यूँ ही रहने दे फिर इस्तेमाल करें । दूध के पैकेट को धो कर खोल कर उबाल सकते हैं , पर सब्ज़ी को आप नमक हल्दी के पानी मे रख कर फिर सूखा कर ही फ्रिज में रखे ।
इस महामारी से बचने के लिए इमन्युटी का स्ट्रांग होना बहुत जरूरी है । इस के लिए पौष्टिक घर का बना ही खाना खाएं और गर्म पानी का सेवन करें । हमारे देश मे हल्दी ,अदरक लौंग,काली मिर्च सदियों से सर्दी भगाने के लिए इस्तेमाल होती आ रहीं है इनको लेने की आदत डालें । ठंडे पानी ,ठंडी चीजों और बासी खाने से बचे । कोई ऐसी वस्तु इस वक़्त न खाएं जो गले मे खराश या बुखार का कारण बने ।
यह कुछ छोटे पर महत्वपुर्ण उपाय हम खुद से करके इस वक़्त खुद को जब तक बचा सकते हैं बचाये । जब तक इस महामारी की कोई दवा या वैक्सीन नहीं आ जाती है तब तक इस वायरस से सावधान रहना जरूरी है । इन्हें अपना कर अपना ध्यान रखें और अपने घर के बुजर्गों और छोटे बच्चों का ध्यान रखें।
साल 2020 शुरू हुआ तो किसी ने सोचा नहीं था कि यह साल इस तरह से पूरी दुनिया पर आफत बन कर लोगों को एक डर के साये में धकेल देगा । यह साल पूरी दुनिया के लिए" कोरोना साल" बन गया है । कोरोना महामारी ,जिसका अभी तक कोई इलाज़ नहीं है। वही धीरे धीरे पूरे विश्व को अपनी गिरफ्त में लेता जा रहा है।
चीन से शुरू हुई यह बीमारी जो बताया जा रहा चमगादड़ के सेवन से शुरू हुई ।और फिर एक इंसान से दूसरे इंसान तक फैलती चली गयी । यदि शुरू में ही इस बीमारी की गम्भीरता को समझ लिया जाता तो इतना दुनिया को नुकसान नहीं होता। पर पहले चीन के वुहान शहर जहां से यह महामारी शुरू हुई ,उन्होंने ही समझने में देर कर दी । जब तक यह समझ आती तब तक यह वहाँ तो इंसान की जान का काफी नुकसान कर ही चुकी थी । उस के बाद यह बाकी दुनिया को अपने चपेट में लेने लगी । अब तक कभी न देखे गए विश्व के इतिहास में यह वक़्त सबसे बड़ा लॉकडाउन साबित हो रहा है ।
पूरे विश्व की नेशनल ,इंटरनेशनल फ्लाइट कैंसिल कर दी गयी हैं । ताकि पूरी दुनिया के लोग सुरक्षित रह सकें । मानव इतिहास में पहली बार एक साथ ,एक ही तरह की ज़िंदगी पूरी दुनिया का एक ही चक्र चल रहा है । सब अपने अपने घरों में कैद है । से
ल्फ आसिलोएशन ,"सेल्फ अलगाव व्यवस्था ,"सब देश की सरकारों ने एक साथ कर दी है ।
आइए पहले समझते हैं कि किस तरह से यह बीमारी फैलती है। यह बीमारी सर्दी खांसी और बुखार से शुरू होती है ,और फिर हमारे सांस लेने की प्रक्रिया को प्रभावित करने लगती है । फेफड़े जो हमें सांस ले के जीवन दान देते हैं वह तेजी से इसकी गिरफ्त में आ जाते हैं और वही सबसे अधिक खतरे की घन्टी है। फेफड़ों में तेजी से रेशा जमा होने लगता है और यह सांस लेने में दिक्कत करने लगता है। फिर सांस के लिए वेंटीलेटर का सहारा जरूरी ही हो जाता है।
इस बीमारी से बचाव के तरीक़े में जो किया जा सकता है वह है सेल्फ ,सम्पूर्ण "लॉकडाउन ", जो हर देश मे अब तक लागू हो चुका है । इसके प्रमुख लक्षणों में तेज सूखी खांसी ,बुखार और फिर सांस लेने की तकलीफ होने लगती है। यह लक्षण मुख्यता 14 दिन में एक इंसान में दिखाई देते हैं । और जब कोई व्यक्ति इस से संक्रमित होता है तो ,दूसरे व्यक्ति में यह छींक ,या खांसी से दूसरे व्यक्ति को दे देता है । इसलिए इस वक़्त समाजिक अलगाव यानी सोशल डिस्टेंस रखना बहुत जरूरी है । तभी हम इस वायरस की संक्रमण को रोक सकते हैं ।
यह वायरस अलग अलग सतह पर अलग टाइम तक जीवित रहता है। इसलिए इस से बचने के लिए घर मे लायी गयी वस्तुओं का भी सेनिटाइज़ करना भी जरूरी है ।
अब जानते हैं इस महामारी से बचने के वो सरल उपाय क्या है ,जिन्हें हम इस वक़्त अपना कर बच सकते हैं ।
नम्बर एक सबसे पहले यह कि अपने अपने घरों में रहे । सरकार जो इस वक़्त आदेश दे रही है इसका सख्ती से पालन करें। यह वायरस ,घर मे बुजुर्ग सदस्यों को आसानी से चपेट में ले लेता है । रोज़ देखने वाली खबरों में हम ,इटली,स्पेन , ब्रिटेन ,और अमेरिका का हाल देख रहे हैं । वहां लॉक डाउन को बहुत अधिक गम्भीरता से शुरू में नहीं लिया गया ।जिस से वहां के हालात बहुत डरावने बन चुके हैं । यह वायरस इमन्युटी कम वाले व्यक्तियों पर आसानी से हमला करता है और साठ साल से ऊपर वालों में यह इमन्युटी कम होती है । इसलिए घर में ही रहे और अपने घर मे रहने वाले बुजुर्ग और बच्चों का ध्यान रखें ।
घर में रहते हुए इस वायरस से बचने के लिए सफाई का ध्यान रखना वहुत जरूरी है । घर के दरवाजे के हेंडिल ,कॉल बेल साफ ,साबुन के पानी से करते रहें । घर में फिनायल के पानी से फर्श साफ करना वहुत जरूरी है । और उसके बाद अपने हाथों को 20 सेकेंड तक धोना बहुत जरूरी है। हाथ हर वक़्त डिटोल से धोएं या साधरण साबुन से पर बिना हाथों को धोएं न खाना बनाये न खाएं ।
वैसे तो घर से बाहर न ही जाएं तो बेहतर है पर यदि जरूरी जाना ही है तो मास्क लगाएं ,यह मास्क बाजारी भी हो सकते हैं और यदि नहीं मिल रहे है तो घर में बने मास्क को लगाए बिना न निकलें । हाथ मे हो सके तो ग्लव्स जरूर पहनें , ताकि जो समान आप ले कर आ रहे है उस मे कोई वायरस या सक्रमण है तो बचा जा सके । इसके साथ ही जो सबसे जरूरी बात है कि अपने चेहरे ,आंख , नाक मुहं को हाथ मत लगाएं। घर आ कर सबसे पहले ग्लव्स कूड़ेदान में फेंके और साबुन से हाथ साफ करें । यदि घरेलू मास्क है तो वह धो कर दुबारा इस्तेमाल किया जा सकता है परंतु सर्जिकल मास्क का बार बार उपयोग न करें । यह आपको बीमार कर सकता है ।
घर जो भी समान लाये जैसे सब्ज़ी,दूध के पैकेट इनको पहले चलते पानी मे धोए और कुछ घण्टे यूँ ही रहने दे फिर इस्तेमाल करें । दूध के पैकेट को धो कर खोल कर उबाल सकते हैं , पर सब्ज़ी को आप नमक हल्दी के पानी मे रख कर फिर सूखा कर ही फ्रिज में रखे ।
इस महामारी से बचने के लिए इमन्युटी का स्ट्रांग होना बहुत जरूरी है । इस के लिए पौष्टिक घर का बना ही खाना खाएं और गर्म पानी का सेवन करें । हमारे देश मे हल्दी ,अदरक लौंग,काली मिर्च सदियों से सर्दी भगाने के लिए इस्तेमाल होती आ रहीं है इनको लेने की आदत डालें । ठंडे पानी ,ठंडी चीजों और बासी खाने से बचे । कोई ऐसी वस्तु इस वक़्त न खाएं जो गले मे खराश या बुखार का कारण बने ।
यह कुछ छोटे पर महत्वपुर्ण उपाय हम खुद से करके इस वक़्त खुद को जब तक बचा सकते हैं बचाये । जब तक इस महामारी की कोई दवा या वैक्सीन नहीं आ जाती है तब तक इस वायरस से सावधान रहना जरूरी है । इन्हें अपना कर अपना ध्यान रखें और अपने घर के बुजर्गों और छोटे बच्चों का ध्यान रखें।
6 comments:
उपयोगी सुझाव।
उपयोगी जानकारी
बहुत ही उम्दा लिखावट , बहुत ही सुंदर और सटीक तरह से जानकारी दी है आपने ,उम्मीद है आगे भी इसी तरह से बेहतरीन article मिलते रहेंगे
Best Whatsapp status 2020 (आप सभी के लिए बेहतरीन शायरी और Whatsapp स्टेटस संग्रह) Janvi Pathak
इस बेहतरीन लिखावट के लिए हृदय से आभार Appsguruji(जाने हिंदी में ढेरो mobile apps और internet से जुडी जानकारी )
उम्दा लिखावट ऐसी लाइने बहुत कम पढने के लिए मिलती है धन्यवाद् (सिर्फ आधार और पैनकार्ड से लिजिये तुरंत घर बैठे लोन)
Bhut khub bda anandmayi hai aapke lekh
Hall hi me maine bollger join kiya hai aapse nivedan hai ki aap mere post padhe aour mujhe sahi disha nirdesh de
https://shrikrishna444.blogspot.com/google96bd1e61f6ac4874.html
Dhanyawad
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