कुछ दोस्तों की कलम से ..बहुत ख़ुशी होती है दिल को जब इतने प्यार से स्नेह से लिखे हुए शब्द मिलते हैं और दिल में गहरे असर करते हैं ....लिखा हुआ सार्थक नजर आता है ..तहे दिल से शुक्रिया आप सब के स्नेह का ...आज के दो विचार अरुन और अरुन के हैं ..:)
कुछ मेरी कलम से" कविता संग्रह पर मेरे विचार ......अरुन शर्मा अनंत
"कुछ मेरी कलम से" कविता संग्रह एक सुन्दर सोच का अच्छा सृजन है जो पाठक को अपनी ओर आकर्षित करता है. यह सुन्दर कविता संग्रह एक बार जो पढ़ना शुरू करता हूँ तो अंत तक पढ़ने को विवश करता है. कवयित्री ने सम्पूर्ण जीवन के उतार चड़ाव को बहुत ही बारीकी से जाना पहचाना और फिर भाव रूपी कलम से ह्रदय की पूर्ण व्यथा इस पुस्तक में भर दी. "कहा सुना" से शुर हुआ प्रेम का अद्भुत सुन्दर मनभावन सफ़र "अनकहा चाँद" तक जाते जाते पाठक के ह्रदय को भेदता हुआ रोम रोम में समावेश हो जाता है. कुछ पंक्तियों के भाव जितने गहरे हैं उन्हें उतनी ही सरलता से पिरोया भी है जो कि मुझे अवाक कर जाता है.
"कुछ मेरी कलम से" का यह सुन्दर संग्रह, कविता का ऐसा सुन्दर संगम है, जिसमे डूबकर आत्मा तृप्त हो जाती है. इसमें सूरज की तपती धूप है, चाँद की शीतलता है, वियोग की व्यथा है तो प्रेम मिलन का सुन्दर वर्णन भी है, इसमें पतझड़ भी है वसंत भी है.
आदरणीया रंजू जी आपकी "कुछ मेरी कलम से" कविता संग्रह पाठक ह्रदय स्पर्शी है, आप एक अच्छी और बेहतर कवयित्री हैं यह संग्रह इसका प्रमाण है. कुछ और अधिक कहने के लिए शब्द नहीं हैं कुछ पंक्तियाँ जो कविता समाप्ति के बाद स्वतः मन में उभर आईं आपको सादर भेंट कर रहा हूँ स्वीकार करें.
हर पंक्ति प्रेम में भीगी है,
शब्द-शब्द रसीले मीठे हैं,
भावों का सागर गहरा है,
पाठक ह्रदय में ठहरा है,
कविता की सुन्दर फुलवारी,
मन भावन निर्मल है प्यारी,
यह संग्रह प्रेम का चन्दन है,
हे कवयित्री आपको वंदन है।।
सादर
अरुन शर्मा 'अनंत'
नीचे लिखी पंक्तियाँ बहुत ही सुन्दर है जो बहुत दिल को अभिभूत कर रही रही है ..शुक्रिया अरुन तहे दिल से इस स्नेह के लिए ...
कुछ मेरी कलम से" कविता संग्रह पर मेरे विचार ......अरुन शर्मा अनंत
"कुछ मेरी कलम से" कविता संग्रह एक सुन्दर सोच का अच्छा सृजन है जो पाठक को अपनी ओर आकर्षित करता है. यह सुन्दर कविता संग्रह एक बार जो पढ़ना शुरू करता हूँ तो अंत तक पढ़ने को विवश करता है. कवयित्री ने सम्पूर्ण जीवन के उतार चड़ाव को बहुत ही बारीकी से जाना पहचाना और फिर भाव रूपी कलम से ह्रदय की पूर्ण व्यथा इस पुस्तक में भर दी. "कहा सुना" से शुर हुआ प्रेम का अद्भुत सुन्दर मनभावन सफ़र "अनकहा चाँद" तक जाते जाते पाठक के ह्रदय को भेदता हुआ रोम रोम में समावेश हो जाता है. कुछ पंक्तियों के भाव जितने गहरे हैं उन्हें उतनी ही सरलता से पिरोया भी है जो कि मुझे अवाक कर जाता है.
"कुछ मेरी कलम से" का यह सुन्दर संग्रह, कविता का ऐसा सुन्दर संगम है, जिसमे डूबकर आत्मा तृप्त हो जाती है. इसमें सूरज की तपती धूप है, चाँद की शीतलता है, वियोग की व्यथा है तो प्रेम मिलन का सुन्दर वर्णन भी है, इसमें पतझड़ भी है वसंत भी है.
आदरणीया रंजू जी आपकी "कुछ मेरी कलम से" कविता संग्रह पाठक ह्रदय स्पर्शी है, आप एक अच्छी और बेहतर कवयित्री हैं यह संग्रह इसका प्रमाण है. कुछ और अधिक कहने के लिए शब्द नहीं हैं कुछ पंक्तियाँ जो कविता समाप्ति के बाद स्वतः मन में उभर आईं आपको सादर भेंट कर रहा हूँ स्वीकार करें.
हर पंक्ति प्रेम में भीगी है,
शब्द-शब्द रसीले मीठे हैं,
भावों का सागर गहरा है,
पाठक ह्रदय में ठहरा है,
कविता की सुन्दर फुलवारी,
मन भावन निर्मल है प्यारी,
यह संग्रह प्रेम का चन्दन है,
हे कवयित्री आपको वंदन है।।
सादर
अरुन शर्मा 'अनंत'
नीचे लिखी पंक्तियाँ बहुत ही सुन्दर है जो बहुत दिल को अभिभूत कर रही रही है ..शुक्रिया अरुन तहे दिल से इस स्नेह के लिए ...
4 comments:
्बहुत खूबसूरत समीक्षा बधाई रंजू जी
प्रियवर अरुण जी ने लिखा है तो पुस्तक तो भढ़िया होगी ही!
सादर!
डॉ. रूपचंद्र शास्त्री "मयंक"
टनकपुर रोड, खटीमा,
ऊधमसिंहनगर, उत्तराखंड, भारत - 262308.
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बहुत ही सुन्दर समीक्षा..
आदरणीय गुरुदेव श्री सादर प्रणाम, आपका स्नेह ह्रदय से स्वीकार्य है आप जैसे पिता समान गुरु नसीब वालों को मिलते हैं मैं उनमें से एक हूँ. हार्दिक आभार आपका
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