किसी के प्यार की बाते
मुझे सोने नही देती
दिल के धड़कनो में गूँजती
उसकी आहटे सोने नही देती
बहक रहा है यह
किस बात से यह रात का आलम
फूलो सी महकती
उस बेसूझ साये की ख़ुश्बू
मुझे सपनो में खोने नही देती
सितारे भी चल दिए हैं
अब तो रात का आँचल छोड़ कर
सुबह की ओस में डूबी
दिल के धड़कनो में गूँजती
उसकी आहटे सोने नही देती
सुबह होने नही देती
छाया हुआ है वही
मेरे वजूद पर एक बेसुझ साए की तरह
उसकी यही परछाईयाँ
मुझे किसी और का होने नही देती !!
मुझे सोने नही देती
दिल के धड़कनो में गूँजती
उसकी आहटे सोने नही देती
बहक रहा है यह
किस बात से यह रात का आलम
फूलो सी महकती
उस बेसूझ साये की ख़ुश्बू
मुझे सपनो में खोने नही देती
सितारे भी चल दिए हैं
अब तो रात का आँचल छोड़ कर
सुबह की ओस में डूबी
दिल के धड़कनो में गूँजती
उसकी आहटे सोने नही देती
सुबह होने नही देती
छाया हुआ है वही
मेरे वजूद पर एक बेसुझ साए की तरह
उसकी यही परछाईयाँ
मुझे किसी और का होने नही देती !!
9 comments:
उसकी यही परछाईयाँ
मुझे किसी और का होने नही देती !!
वाह .... बहुत ही बेहतरीन
आभार इस अभिव्यक्ति को साझा करने के लिये
सुहानी चांदनी बातें हमें सोने नहीं देती
तुम्हारे प्यार की बातें हमें सोने नहीं देतीं
:-)
बड़ी उलझन है ये तो....
वो खुद ही तेरा हो जाए तो क्या हो....
:-)
सस्नेह
अनु
बेहतरीन और बहुत कुछ लिख दिया आपने..... सार्थक अभिवयक्ति......
छाया हुआ है वही
मेरे वजूद पर एक बेसुझ साए की तरह
उसकी यही परछाईयाँ
मुझे किसी और का होने नही देती,,,,
बहुत खूबशूरत सुंदर प्रस्तुति,,,,,रंजना जी,,,
recent post: बात न करो,
बहुत ही खुबसूरत प्रस्तुति । मेरे नए पोस्ट पर आपका इंतजार रहेगा। धन्यवाद।
कुछ है मन में जगता रहता।
प्रेम में डूबी अभिव्यक्ति .... बेहतरीन
" छाया हुआ है वही
मेरे वजूद पर एक बेसुझ साए की तरह
उसकी यही परछाईयाँ
मुझे किसी और का होने नही देती " these are really nice lines...
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