खिड़कियां... यह वो संग्रह है जिसमे सोवियत रूस से प्यारे से खत नवराज़ और कंदला दोनो बच्चों को लिखे गए हैं। बेहद खूबसूरत अंदाज में अमृता द्वारा..
खत बच्चों के नाम भाग एक
https://youtu.be/WQdPH7ER4jQ
मेरे प्यारे बच्चों,
तुमने बचपन में यह कहानी तो सुनी होगी कि एक थी शहजादी। उसे किसी दुरात्मा का श्राप लग गया था और वह सौ बरस सोई रही। फिर एक दूर देश का शहजादा आया ,और उसने जादू की छड़ी से उस शहजादी को जगा लिया। मैं तुम्हे आज जिस घाटी से पत्र लिख रहीं हूं इस घाटी की कहानी भी उस परी जैसी है।
आगे पूरा ख़त सुनिएगा मेरी आवाज़ में इस लिंक में .. रोचक पत्र हैं यह अमृता के बच्चों के नाम । आज समझिए इसका यह पहला भाग है आगे सिलसिला जारी रहेगा।
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https://youtu.be/WQdPH7ER4jQ
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