Tuesday, October 04, 2022

फायदे मखाने खाने के

 

मखाना ,फॉक्स नट ,foxnut बहुत ही फायदे मंद खाने की चीज है . इसको खाने के बहुत ही फायदे हैं . आइये जानते हैं क्या है यह और कैसे खाए जाते हैं . 



मखाना एक प्रकार के फाक्सनट के बीजों की लाई है। वैसे ही जैसे पापकार्न मक्का की लाई है। इसमें लगभग 12 प्रतिशत प्रोटीन होता है। मखाना बनाने के लिए इसके बीजों को फल से अलग कर धूप में सुखाते हैं। संग्रहण के दौरान नम बनाए रखने के लिए इन पर पानी छींटा जाता है। इसकी लाई की गुणवत्ता बीजों में उपस्थित नमी पर निर्भर करती है। धूप में सुखाने पर उनमें 25 प्रतिशत तक नमी बची रहती है। सूखे नट्स को लकड़ी के हथोड़ों से पीटा जाता है इस तरह गरी अलग होने पर बीज अच्छी तरह से सूखते हैं। सूखे बीजों को अलग-अलग श्रेणी में बांटने के लिए उन्हें चलनियों से छाना जाता है। बीज एक समान आकार के हों तो भूनते समय आसानी होती है। बड़े बीज अच्छी क्वालिटी के माने जाते हैं।बीजों को बड़े-बड़े लोहे के कढाई में सेंका जाता है। फिर इन्हें टेम्परिंग के लिए 45-72 घण्टों के लिए टोकरियों इस तरह इनका कठोर छिलका ढीला हो जाता है। बीजों को लाई में बदलना एक बहुत ही मेहनत का काम है . इनको  ठोस जगह पर रखकर लकड़ी के हथोड़ों से पीटा जाता है। इस तरह गर्म बीजों का कड़क खोल तेजी से फटता है और बीज फटकर लाई (मखाना) बन जाता है। बीजों के अंदर अत्यधिक गर्म वाष्प बनने और तेज दबाव से छिलका हटने से ऐसा होता है। जितने बीजों को सेका जाता है उनमें से केवल एक तिहाई ही मखाना बनते हैं।

लाई बनने पर उनकी पॉलिश और छंटाई की जाती है। पॉलिश करने पर मिले सफेद मखानों को उनके आकार के अनुसार दो-तीन श्रेणियों में छांट लिया जाता है। फिर उन्हें पोलीथीन की पर्त लगे गनी बैग में भर दिया जाता है। ये इतने हल्के होते हैं कि एक बोरे में मात्र 8-9 किलो मखाने समाते हैं।

मखाना एक हल्का-फुल्का स्नैक्स है जिसे हम सूखे मेवों में शामिल करते हैं। अगर इसे नियमित तौर पर सही तरीके से अपनी डाइट में शामिल किया जाए, तो इसके अगगिनत सेहत लाभ पाए जासकते हैं। जानिए इसके सेहत लाभ और सेवन करने की विधि - 


सेवन की विधि - अगर आप जल्द से जल्द मधुमेह को खत्म करना चाहते है और सेहत के अन्य लाभ पाना चाहते हैं, तो सुबह खाली पेट चार मखाने खाएं। इनका सेवन कुछ दिनों तक लगातार करें। 


1 आप मखाने के चार दानों का सेवन करके शुगर से हमेशा के लिए निजात पा सकते है। इसके सेवन से शरीर में इंसुलिन बनने लगता है और शुगर की मात्रा कम हो जाती है। फिर धीरे-धीरे शुगर रोग भी खत्म हो जाता है। 

 2 दिल के लिए फायदेमंद - मखाना केवल शुगर के मरीज के लिए ही नहीं बल्कि हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों में भी फायदेमंद है। इनके सेवन से दिल स्वस्थ रहता है और पाचन क्रिया भी दुरूस्त रहती है। 


3 तनाव कम - मखाने के सेवन से तनाव दूर होता है और अनिद्रा की समस्या भी दूर रहती है। रात को सोने से पहले दूध के साथ मखानों का सेवन करें और खुद फर्क महसूस करें। 


4 जोड़ों का दर्द दूर - मखाने में कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है। इनका सेवन जोड़ों के दर्द, गठिया जैसे मरीजों के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। 


5 पाचन में सुधार - मखाना एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो सभी आयु वर्ग के लोगों को आसानी से पच जाता है। इसके अलावा फूल मखाने में एस्‍ट्रीजन गुण भी होते हैं जिससे यह दस्त से राहत देता है और भूख में सुधार करने के लिए मददगार है। 


6 किडनी को मजबूत - फूल मखाने में मीठा बहुत कम होने के कारण यह स्प्लीन को डिटॉक्‍सीफाइ करता है। किडनी को मजबूत बनाने और ब्‍लड को बेहतर रखने के लिए खानों का नियमित सेवन करें।


इसे  भारत कई छेत्र में " लावा " भी कहते हैं।तालाब, झील, दलदली क्षेत्र के शांत पानी में उगने वाला मखाना पोषक तत्वों से भरपुर एक जलीय उत्पाद है। इसको बंगाली में भी मखाना ही कहते हैं . मखाने की सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसको कई तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है। मखाना को ड्राई फ्रूट्स के तौर पर भी उपयोग में ला सकते हैं और मखाने की सब्जी भी बनाई जा सकती है। इतना ही नहीं मखाने का खीर और मिष्ठान्न के रूप में भी आप प्रयोग में ला सकती हैं।मखाने को हल्के से बटर में में फ्राई कर लें फिर इसको सूप के साथ खाने से इसका स्वाद और पोषक तत्व बढ़ जाते हैं। 


मखाना को दूध में उबालकर इसमें किशमिश और बादाम डालकर खा सकते हैं।

 देसी घी में मखाना डालकर रोस्ट कर लें और इसमें काला नमक मिलाकर खाने से इसका जायका बढ़ जाता है 

यह बहुत ही फायदेमंद   है।

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