tag:blogger.com,1999:blog-36348057.post388459011751228990..comments2023-10-11T14:59:55.982+05:30Comments on कुछ मेरी कलम से kuch meri kalam se **: शो मस्ट गो ओन......रंजू भाटियाhttp://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-36348057.post-75882681446025320872008-05-29T11:11:00.000+05:302008-05-29T11:11:00.000+05:30आपका लेख पढ़ा, सही कहा है आपने :"हमारे योजनाकार उद्...आपका लेख पढ़ा, सही कहा है आपने :<BR/><BR/>"हमारे योजनाकार उद्योगिक उत्पादन .शेयर बाज़ार मुद्दों आदि के बारे में तो सोच रहे हैं पर भारत एक खेती वाला देश है उसके बारे में कुछ नही सोचा जा रहा है शायद वह नही समझ पा रहे हैं कि जब भूख लगती है तब कागज नही अनाज चाहिए ...सब चीजो को आगे बढ़ा के खेती को उपेक्षित कर दिया है किसान आज आत्महत्या कर रहे हैं खेती वाली जमीन पर कंक्रीट इमारतों के जंगल बन रहे हैं ..और जो खेती लायक जमीन बची है उस पर फूलों की खेती का लालच दिया जा रहा है ताकि उसको बाहर भेजा जा सके जिस से कुछ अमीर लोग अपनी प्रेमिका को दे के खुश हो जाए भले ही यहाँ बच्चो के मुहं का निवाला छीन जाए" <BR/><BR/>कृषि प्रधान देश में कृषि ही प्रधान नही रह गयी है.. सोचने वाली बात है.. <BR/><BR/>अभी तो डिब्बे खाली हो रहे है.. यही सिलसिला रहा तो घरों में रसोई भी ऑप्शनल होने वाली है..भूपेन्द्र राघव । Bhupendra Raghavhttps://www.blogger.com/profile/05953840849591448912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36348057.post-6373641945236891542008-05-27T15:10:00.000+05:302008-05-27T15:10:00.000+05:30हाँ.सही कहा आपने.घायल की गति घायल जाने.पर शो मस्ट ...हाँ.<BR/>सही कहा आपने.<BR/>घायल की गति घायल जाने.<BR/>पर शो मस्ट गो ओनबालकिशनhttps://www.blogger.com/profile/18245891263227015744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36348057.post-79620667585708614212008-05-27T08:19:00.000+05:302008-05-27T08:19:00.000+05:30"हमारे योजनाकार उद्योगिक उत्पादन .शेयर बाज़ार मुद्द..."हमारे योजनाकार उद्योगिक उत्पादन .शेयर बाज़ार मुद्दों आदि के बारे में तो सोच रहे हैं पर भारत एक खेती वाला देश है उसके बारे में कुछ नही सोचा जा रहा है शायद वह नही समझ पा रहे हैं कि जब भूख लगती है तब कागज नही अनाज चाहिए ...सब चीजो को आगे बढ़ा के खेती को उपेक्षित कर दिया है किसान आज आत्महत्या कर रहे हैं खेती वाली जमीन पर कंक्रीट इमारतों के जंगल बन रहे हैं ..और जो खेती लायक जमीन बची है उस पर फूलों की खेती का लालच दिया जा रहा है ताकि उसको बाहर भेजा जा सके जिस से कुछ अमीर लोग अपनी प्रेमिका को दे के खुश हो जाए भले ही यहाँ बच्चो के मुहं का निवाला छीन जाए" <BR/><BR/>आपने सही कहा है. एक किसान होने के नाते यही बात मैं लोगों तक पहुंचाना चाहता हूँ. जब किसान ही नही रहेंगे, अनाज कौन उपजायेगा? और जब अनाज ही नहीं उपजेगा, लोग खाएँगे क्या? इस देश में अनाज उत्पादक किसानों के साथ सबसे अधिक सौतेला बर्ताव होता है.Ashok Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/14682867703262882429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36348057.post-46822906997178695182008-05-27T00:03:00.000+05:302008-05-27T00:03:00.000+05:30बिल्कुल जी. शो मस्ट गो ऑन.बिल्कुल जी. शो मस्ट गो ऑन.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36348057.post-81802098993380576402008-05-26T22:19:00.000+05:302008-05-26T22:19:00.000+05:30wah bahut hi badhiya alekh ranju ji,kya khub kaha....wah bahut hi badhiya alekh ranju ji,kya khub kaha.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-36348057.post-16972456499524011772008-05-26T21:15:00.000+05:302008-05-26T21:15:00.000+05:30अभी किसी ब्लोगर ने वो बिल भी छापा है जो बुश साहेब ...अभी किसी ब्लोगर ने वो बिल भी छापा है जो बुश साहेब ने अपने परिवार के साथ नाश्ते के बाद दिया था ,इसलिए चिंता न करे.....खूब खाए हाँ हमारे नीतिकारो को जरूर इस बात का ध्यान रखना चाहिए की किसानों के हितों का पुरा ध्यान रखा जाये वरना वे भी विलुप्त जाति की श्रेणी मे आ जायेंगे.डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.com